+91 9711414783   [email protected]  

टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी शिक्षक परीक्षा 2018 के लिए केवीएस पाठ्यक्रम (Syllabus)


 

केवीएस परीक्षा 2018 को पास करने के लिए केवीएस टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी शिक्षक के विस्‍तृत पाठ्यक्रम का पूर्ण ज्ञान होना आवश्‍यक है। इसलिए हम यहां केवीएस टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी शिक्षक 2018 के पूर्ण विस्‍तृत पाठ्यक्रम को साझा कर रहे हैं।केन्‍द्रीय विद्यायल संगठन (केवीएस) टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी शिक्षक के लिए भर्ती की घोषणा कर दी है। हमने पहले केवीएस परीक्षा पैटर्न तथा पात्रता मानदंड साझा किए हैं, हम आशा करते हैं कि आप इसे देखेंगे। इस लेख में, हम केवीएस शिक्षक विस्‍तृत पाठ्यक्रम 2018 को साझा कर रहे हैं।

 

 

केवीएस टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी शिक्षक पाठ्यक्रम 2018

1. General English:

  • Spelling Error
  • Fill in the blank
  • Idiom and Phrase
  • One word substitution
  • Error spotting
  • Antonyms/Synonyms

2. सामान्य हिंदी:

  • पर्यायवाची/विलोम शब्द
  • मुहावरे और लोकोक्तियाँ
  • वर्तनी की त्रुटि
  • अनेक शब्दो के लिए एक शब्द
  • वाक्य सुधार
  • वाक्यों में त्रुटिया

3. सामान्य ज्ञान और कर्रेंट अफेयर्स:

कर्रेंट अफेयर्स केवीएस टीजीटी, पीजीटी एवं पीआरटी परीक्षा के लिए बहुत ही महत्‍वपूर्ण एवं सरल विषय है। सामयिकी अनुभाग में, टीजीटी में 40 प्रश्‍न तथा पीजीटी और पीआरटी परीक्षा में 10 प्रश्‍न पूछे जाते हैं।

  • पुस्‍तक तथा लेखक|
  • महत्‍वपूर्ण दिवस|
  • पुरस्कार और सम्मान।
  • राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों।
  • योजनाएं|
  • नियुक्तियां|
  • अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय संगठन।
  • विज्ञान प्रौद्योगिकी।
  • खेल।
  • देश और राजधानियां।
  • इतिहास।
  • भूगोल।
  • राजनीति।
  • स्टेटिक जीके।

4. रिजनिंग/जनरल इंटेलीजेंस:

रिजनिंग अनुभाग बहुत ही महत्‍वपूर्ण है एवं केवीएस टीजीजी, पीजीटी एवं पीआरटी परीक्षा के लिए सरल विषय है, टीजीटी एवं पीआरटी में 40 प्रश्‍न तथा पीजीटी परीक्षा में 20 प्रश्‍न पूछे जाते हैं।

  • रक्‍त संबंध
  • अंकगणित संख्‍या श्रृंखला/अक्षर तथा सिम्‍बल श्रृंखला
  • आकृतियां/वर्बल वर्गीकरण
  • कोडिंग-डिकोडिंग
  • रैंकिंग
  • नॉन-वर्बल श्रृंखला
  • अनालॉगी
  • दिशा
  • समानताएं तथा भेद
  • शब्‍द निरूपण एवं शब्‍दकोश समस्‍या
  • अंकगणितीय रिजनिंग
  • लॉजिकल रिजनिंग

5. कंप्यूटर ज्ञान:

  • हार्डवेयर
  • सॉफ्टवेयर
  • डेटाबेस (परिचय)
  • नेटवर्किंग (लैन, वैन,)
  • इंटरनेट (अवधारणा, इतिहास, कार्य वातावरण, आवेदन)
  • एमएस विंडोज, एमएस ऑफिस

6 (a). पीआरटी के लिए शिक्षणशास्र:

  • बचपन और बालविकाश विकास: विकास में संभावित, शारीरिक-मोटर विकास, सामाजिक और भावनात्मक विकास, बचपन।
  • शिक्षा और पाठ्यक्रम: सीखना, शिक्षार्थि और शिक्षण, ज्ञान और पाठ्यक्रम, व्यक्तिगत विकास की सुविधा, शिक्षण में अमल, ज्ञान, और पूछताछ के तरीके, शिक्षार्थियों, और उनके संदर्भ, शैक्षिक अभ्यास और शिक्षा में आईसीटी सीखने की प्रक्रिया।
  • पद्धति: भाषा समझ और प्रारंभिक साक्षरता , प्राथमिक विद्यालय के बच्चे के लिए गणित, सुनना और बोलना, पढ़ना, लेखन, भाषा और संचार, शिक्षण के लिए योजना, कक्षा प्रबंधन।
  • विविधता, लिंग और समावेशी शिक्षा: समावेशी शिक्षा, विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चे, लिंग, स्कूल, और समाज।

6 (b).टीजीटी के लिए शिक्षणशास्र:

(i) शैक्षणिक प्रसंग:

  • पाठ्यचर्या: अर्थ, सिद्धांत, पाठ्यचर्या संगठन के प्रकार, दृष्टिकोण।
  • योजना: निर्देशक योजना-वर्ष योजना, यूनिट योजना, पाठ योजना
  • निर्देशन सामग्री और संसाधन: पाठ्य पुस्तकें, कार्यपुस्तिकाएं, पूरक सामग्री एवी सहायक उपकरण,प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, क्लब-संग्रहालय-समुदाय, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी।
  • मूल्यांकन: प्रकार, उपकरण, एक अच्छे परीक्षण के लक्षण, निरंतर और व्यापक मूल्यांकन, विश्लेषण और शैक्षिक उपलब्धि परीक्षण की व्याख्या।

(ii) समावेशी शिक्षा:

  • विविधता को समझना: अवधारणा के प्रकार (विविधता के आयाम के रूप में अक्षमता)।
  • सामाजिक निर्माण, विकलांगता का वर्गीकरण और इसके शैक्षणिक निहितार्थ के रूप में विकलांगता।
  • संवेदी हानि (श्रवण हानि, दृश्य हानि, और बधिर-ब्लाइंड)
  • संज्ञानात्मक विकलांगता: (ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर; बौद्धिक विकलांगता और विशिष्ट शिक्षण विकलांगता)
  • शारीरिक विकलांगता: सेरेब्रल पाल्सी और लोकोमोटर)
  • अक्षमता वाले बच्चों के विशेष संदर्भ के साथ शामिल करने का दर्शन।
  • शामिल करने की प्रक्रिया: विकलांगता के मुद्दों पर चिंताएं।
  • संवैधानिक प्रावधान

(iii) संचार और परस्पर क्रिया:

  • संचार की सिद्धांत
  • संचार के प्रकार
  • संचार और भाषा
  • कक्षा में संचार
  • संचार में बाधाएं

(iv) अधिगम समझना:

वधारणा, सीखने की प्रकृति -निविष्ट- प्रक्रिया-परिणाम, सीखने के कारक – व्यक्तिगत और पर्यावरण, सीखने के दृष्टिकोण और उनकी प्रयोज्यता – व्यवहार (स्किनर, पावलोव, थोरेंडाइक) रचनात्मकता (पियाजे, व्यागोत्स्की), गेस्टल्ट (कोहलर, कोफ्का) और अवलोकन (बंदुरा), सीखने के आयाम -संज्ञानात्मक, प्रभावशाली और प्रदर्शन, प्रेरणा और जीविका -सीखने, स्मृति और भूलने, सीखने के हस्तांतरण में इसकी भूमिका।सीखने की गतिविधियों और कक्षा की प्रक्रियाओं का रचना,शैक्षिक अभ्यास और सीखने के लोकतांत्रिक वातावरण पैदा करना जिसमें कक्षा में विविध बच्चों के ज्ञान और सामाजिक अनुभव शामिल हैं।

 

हम उम्मीद करते हैं कि, यह पोस्ट आप सभी के लिए सहायक रही होगी।

धन्यवाद

सीजीएस कोचिंग टीम (CGS Coaching Team)

पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

 

नए बैच उपलब्ध है, आज ही ज्वाइन करे।

​​फीस, क्लास टाइमिंग और​ ​कोर्स की अवधि​ के बारे में अधिक जानकारी के लिए ​​

कृपया हमें निम्न नंबरों पर कॉल करें (दिल्ली के लिए : 09711414783,

जयपुर के लिए : 07290027963, वाराणसी के लिए : 09873497776)

You may also like